उत्तर प्रदेश का बहराइच कई महीनो से सुर्खियों में है. पिछले कई महीनो से भेड़िया के आतंक के चलते बहराइच की चर्चा हो रही है तो वही नवरात्र से पहले भेड़िया का आतंक तो खत्म हुआ लेकिन मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई. पत्थर बाजी और आगजनी के बाद गोलीबारी में युवक की मौत हो गई. इस युवक की मौत के बाद अब बवाल शुरू हो गया है.गुस्साई भीड़ ने कई घरों और दुकानों को आग लगा दी. अस्पताल और कार्यलय भी जला दिए गए. हालात लगातार बेकाबू हो रहे थे. ऐसे में योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया तो एडीजी अमिताभ यश हाथ में पिस्टल लेकर खुद ही सड़क पर उतर गए.

अमिताभ यश का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वह हाथ में पिस्तौल लेकर लहराते हुए आगे बढ़ रहे हैं. हालांकि यश के सड़क पर उतरने के कुछ समय बाद हालत ठीक होते नजर आने लगे और मामला शांत हो गया.
बहराइच हिंसा में जान गवाने वाले युवक के परिजन न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे.इस प्रदर्शन में लगभग 5000 लोग शामिल थे. इनमें से कई लोग लाठी डंडे लेकर भी आए थे. यही लोग उपद्रव कर रहे थे और जगह-जगह आगजनी कर रहे थे, ऐसे में पुलिस एक्शन मोड में आई और करीब 30 उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया. वहीं विधायक सुरेश्वर सिंह के आश्वासन पर महसी तहसील गेट पर प्रदर्शन कर रहे मृतक की परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए और मामला शांत हो गया.

बहराइच में जब हिंसा भड़की तो चार-पांच घरों को आग के हवाले कर दिया गया. अस्पतालों और शोरूम में भी आग लगा दी गई. रास्ते में खड़ी कारों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान एक दिव्यांग युवक की भी मौत हो गई. दिव्यांग को बुरी तरह से पीटा गया था, हालांकि यह साफ नहीं हुआ है कि विकलांग के साथ यह बर्बरता किसने की. योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. युवक की हत्या के मामले में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जिनमें से 6 नामजद आरोपी है, जबकि चार अज्ञात आरोपी बनाए गए हैं.