हरियाणा में एक बार फिर भाजपा सरकार अपनी सीट बचाने में कामयाब रही है. एग्जिट पोल के विपरीत आए परिणामों के बाद अब कांग्रेस सरकार एक बार फिर भाजपा को घेरने के लिए तैयार है. पार्टी ने तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने की ठान ली है.
10 साल बाद वापसी की आस लगाए बैठी कांग्रेस को एक तगड़ा झटका लगा है. अब नतीजे को लेकर कांग्रेस ने आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है और कहा है कि ये तंत्र की जीत है, लोकतंत्र की नहीं. पार्टी नतीजे को स्वीकार नहीं कर रही है.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरोप लगाया कि हरियाणा के नतीजे बहुत अप्रत्याशित है. हमको यह स्वीकार नहीं है. कई जिलों से गंभीर शिकायत आई है. पवन खेड़ा ने कहा कि नतीजे चौंकाने वाले हैं और जमीनी स्तर पर हमने जो देखा उसके बिल्कुल विपरीत है. हमें अपने कार्यकर्ताओं से मतगणना से संबंधित शिकायतें मिल रही है. जल्द ही हम औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगे. यह तंत्र की जीत है,लोकतंत्र की नहीं. हम यह स्वीकार नहीं कर सकते.
जय राम रमेश ने कहा कि हम एक या दो दिन में चुनाव आयोग के पास जाएंगे और औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगे. स्थानीय अधिकारियों पर दबाव था. कई सीट ऐसी है जहां हम हार ही नहीं सकते, लेकिन वहां हम हारे हैं. नतीजा भावनाओं के खिलाफ है. जम्मू कश्मीर में स्पष्ट जनादेश दिया है, हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए काम करेंगे. एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार किया जाएगा.
कांग्रेस नेता ने कहा कि हरियाणा के मामले में मैं पूरी दोपहर ईसीआई के संपर्क में रहा.तीन जिलों में मतगणना को लेकर हमारे पास गंभीर शिकायत है. यह जानकारी एकत्रित की जाएगी. कल या परसों हम समय मांगेंगे. हरियाणा में नतीजे पूरी तरह अप्रत्याशित,आश्चर्य जनक और विरोधाभासी है. यह जमीनी हकीकत के विपरीत है. यह हरियाणा के लोगों की इच्छा के विपरीत है. इन परिस्थितियों में इन नतीजे को स्वीकार करना संभव नहीं है. जयराम ने कहा है कि 12 से 14 सीटों पर गंभीर सवाल उठ गए हैं. उम्मीदवार के द्वारा जहां मशीन ठीक से काम नहीं कर रही है. हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे और इन जिलों में ईवीएम की कार्य प्रणाली को लेकर अपनी शिकायत चुनाव आयोग को सौंपेंगे.