यूट्यूबर एल्विश यादव और कॉमेडियन भारती सिंह बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं. दोनों को पुलिस ने 500 करोड़ के धोखाधड़ी से जुड़े ऐप आधारित घोटाले में सामान भेजा है. उनके अलावा तीन अन्य को भी पुलिस ने सामान भेजा है. पुलिस को 500 से ज्यादा की शिकायत मिली है. इनमें बताया गया है कि कई युटयुबर्स और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर मोबाइल एप्लीकेशन का प्रमोशन किया था, इसके जरिए उन्होंने लोगों से इस ऐप में इन्वेस्ट करने के लिए कहा था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपी चेन्नई निवासी शिवराम को गिरफ्तार कर लिया गया है. शिकायत के अनुसार सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, पूरव झा, एल्विश यादव, भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया, लक्ष्य चौधरी, आदर्श सिंह, अमित और दिलराज सिंह रावत सहित सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और युटुबर ने ऐप को बढ़ावा दिया और लोगों को ऐप के जरिए निवेश करने का लालच दिया.
डिप्टी कमिश्नर हेमंत तिवारी ने बताया है- हायबॉक्स एक मोबाइल ऐप है, जो एक सुनियोजित धोखाधड़ी का हिस्सा था, डीसीपी ने कहा कि ऐप के माध्यम से आरोपियों ने रोजाना 1 से 5% के गारंटीड रिटर्न का वादा किया था,जो एक महीने में 30 से 90% तक होता है. ऐप को फरवरी 2024 में शुरू किया गया था. ऐप के जरिए 30,000 से अधिक लोगों ने पैसा निवेश किया था.
शुरुआती 5 महीने के दौरान निवेशकों को हाई रिटर्न मिला,हालांकि जुलाई से अपने तकनीकी गड़बड़ियां, कानूनी मुद्दों, जीएसटी मुद्दों का हवाला देते हुए भुगतान रोक दिया. डीसीपी तिवारी ने कहा- कथित कंपनियां उत्तर प्रदेश के नोएडा में अपना कार्यालय बंद करने के बाद गायब हो गई.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि धोखाधड़ी के सरगना शिवराम को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके चार अलग-अलग बैंक खातों से 18 करोड रुपए जब्त कर लिए गए हैं. पुलिस को 16 अगस्त को इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस में हायबॉक्स के खिलाफ 29 पीड़ितों की शिकायत मिली थी.शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें उनके निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा किया गया था.
स्पेशल सेल ने 20 अगस्त को भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत एक प्राथमिक की दर्ज की. जांच के दौरान नौ लोगों की ओर से हायबॉक्स ऐप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई, जिनके साथ इसी तरह धोखाधड़ी की गई थी. इन नौ मामलों को आईएफएसओ को सौंप दिया गया है. पुलिस को पूर्वोत्तर जिले, बाहरी जिले शाहदरा और नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल से 500 से अधिक शिकायत मिली है.